अब जलील मत करो पूछकर यह भूचाल आता क्यों है। अब जलील मत करो पूछकर यह भूचाल आता क्यों है।
गुलों को खिलने को मिलती नहीं सरपरस्त जमीन की दलील है। गुलों को खिलने को मिलती नहीं सरपरस्त जमीन की दलील है।
विकल आत्मा कैसे पीतीं ? विष सांप सा रसते हो।। विकल आत्मा कैसे पीतीं ? विष सांप सा रसते हो।।
अपने तथाकथित मालिक की थकान को पीने और चुप रहने की आदी दीवारें। अपने तथाकथित मालिक की थकान को पीने और चुप रहने की आदी दीवारें।
कविता और कविता कविता और कविता